what is symbiosexuals?:"एक कपल के प्यार की वजह से तीसरे व्यक्ति को मिलने वाली सेक्सुअल एनर्जी"

symbiosexuals means in hindi समाज के हर वर्ग के लिए एक अलग स्थान, काम और दर्जा दिया गया है। समाज में स्त्री और पुरुष का अलग स्थान है और अब लगभग सभी देशों ने तृतीय लिंग के तौर पर LGBTQ+ को पहचान दे दी है।

what is symbiosexuals?:"एक कपल के प्यार की वजह से तीसरे व्यक्ति को मिलने वाली सेक्सुअल एनर्जी"
what is symbiosexuals?:"एक कपल के प्यार की वजह से तीसरे व्यक्ति को मिलने वाली सेक्सुअल एनर्जी"

symbiosexuals means in hindi समाज के हर वर्ग के लिए एक अलग स्थान, काम और दर्जा दिया गया है। समाज में स्त्री और पुरुष का अलग स्थान है और अब लगभग सभी देशों ने तृतीय लिंग के तौर पर LGBTQ+ को पहचान दे दी है। लेकिन इस बीच एक ऐसा वर्ग है जो इन दिनों जमकर ट्रेंड कर रहा है और वो है सिम्बियो सेक्सुअल। हैरानी की बात तो ये है कि ये न तो ये गे हैं, न ही लेस्बियन और न ही होमोसेक्सुअल। हैरानी की बात तो ये है कि इनका इंटीमेट होने का तरीका भी सभी से बेहद अलग है।

symbiosexuals means in hindi मिली जानकारी के अनुसार सिम्बियो सेक्सुअल लोग न तो पुरुषों से आकर्षित होते हैं और न ही महिलाओं की ओर। इनका टारगेट ही अलग होता है और इनका संबंध बनाने का तरीका भी बेहद अलग है। इस नई सेक्सुएलिटी में व्यक्ति किसी ऐसे जोड़े की तरफ आकर्षित होता है, जो पहले से ही एक दूसरे के साथ रिश्ते में है। हैरानी की बात तो ये है कि सिम्बियो सेक्सुअल लोगों को किसी से कोई लगाव भी नहीं होता। इनका सिर्फ एक ही मकसद होता है, सिर्फ और सिर्फ संबंध बनाना। इस बात का खुलासा एक शोध में हुआ है।

दरअसल अमेरिका में सिएटल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने जो थ्योरी दी है उसमें इस नई सेक्सुएलिटी का खुलासा हुआ है। इस शोध को करने वाली प्रोफेसर डॉ. सैली जॉनस्टन का कहना है कि जितना हम कामुकता के बारे में जानते हैं वो पूरा नहीं है, इसमें जानने के लिए और भी बहुत कुछ है। शोध में सामने आया कि जिस व्यक्ति को पता होता है कि वो सिम्बियोसेक्सुअल है तो उसको दो लोगों के बीच में तालमेल बैठाना अच्छा लगता है। मतलब वो इस जोड़े के साथ रिश्ते में आना पसंद करता है। इस तरह के केस हर तरह के लोगों में देखने को मिले हैं।

बताया गया कि प्लेजर स्टडी में कई विषयों पर 65 सवालों का एक सर्वे किया गया। जॉनस्टन ने उन लोगों की प्रतिक्रियाओं पर ध्यान दिया जिन्होंने कहा कि वे एक व्यक्ति के बजाय एक जोड़े की तरफ आकर्षित होते हैं। अध्ययन में 373 प्रतिभागियों में से कम से कम 145 ने इस प्रकार के आकर्षण पर सहमति जताई। इस शोध में शामिल समलैंगिक (90% से ज्यादा) और पोलियामोरोउस (जो एक से ज्यादा लोगों से संबंध रखते हैं) (87.5%) थे। जिसमें ज्यादातर प्रतिभागी श्वेत, मध्यम वर्ग के थे और अच्छी डिग्री वाले थे।

what is symbiosexuals?:"एक कपल के प्यार की वजह से तीसरे व्यक्ति को मिलने वाली सेक्सुअल एनर्जी"

अमेरिका के सिएटल विश्वविद्यालय के रिसर्चर्स ने एक स्टडी की जिसमें "सिम्बियोसेक्सुअल (Symbiosexuality)" नाम की एक नई सेक्सुअलिटी के बारे में पता चला है। आर्काइव्स ऑफ सेक्सुअल बिहेवियर में पब्लिश इस रिसर्च के मुताबिक, इस नए प्रकार के यौन आकर्षण को "एक कपल के प्यार की वजह से तीसरे व्यक्ति को मिलने वाली सेक्सुअल एनर्जी" के रूप में बताया गया है। सरल शब्दों में, इसका मतलब यह है कि जब व्यक्ति कपल्स के बीच साझा की गई एनर्जी से जुड़ता है।

इस तरह की सेक्सुअलिटी अलग-अलग एज ग्रुप के लोगों के साथ किसी भी जेंडर के लोगों में पाई जा सकती है। न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, स्टडी की लीड रिसर्चर और एंथ्रोपोलॉजी और सोशियोलॉजी की एडजंक्ट प्रोफेसर डॉ. सैली जॉनस्टन का मानना है कि सेक्सुअलिटी हमारी समझ से कहीं ज्यादा है। उन्होंने कहा, "हमें ह्यूमन अट्रैक्शन को दुबारा सोचने की जरूरत है।"

सिम्बियोसेक्सुअल्स स्टडी में बताया गया कि एक सिम्बियोसेक्सुअल (Symbiosexual) के रूप में पहचान रखने वाला व्यक्ति किसी भी कपल के तालमेल को अट्रैक्टिव पाता है और वो उस एनर्जी का हिस्सा बनना चाहता है। वो दो लोगों के बीच के प्यार से "प्रेम" करते हैं और उस प्रेम में खुद को डुबाना चाहते हैं। इस अट्रैक्शन को "इसके हिस्सों के योग से अधिक" के रूप में डिस्क्राइब किया जा सकता है। सिम्बियोसेक्सुअल्स को अक्सर मोनोगैमस और नॉन-मोनोगैमस समुदायों में भी डिवाइड किया जाता है।

साहित्य में इस नई तरह की Symbiosexual in hindi सेक्सुअलिटी को "यूनिकॉर्न" का लेबल दिया गया है। हालांकि, यही शब्द गैर-मोनोगैमस समुदायों में एक नगेटिव मीनिंग रखता है, जो उन व्यक्तियों की ओर इशारा करता है जो कपल के साथ यौन गतिविधि में शामिल होने के लिए तैयार होते हैं लेकिन संबंध के अन्य पहलुओं में भाग नहीं लेते। सिम्बियोसेक्सुअल्स किससे अट्रैक्ट होते हैं? रिसर्च में, जॉनस्टन ने कहा कि यौन लाभ के बावजूद, ऐसे रिश्तों में तीसरे पक्ष को खराब व्यवहार का सामना करना पड़ता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि अलग-अलग तरह के लोग सिम्बियोसेक्सुअल अट्रैक्शन का एक्सपीरियंस करते हैं, जो कि रिश्तों के बीच साझा की जाने वाली एनर्जी की ओर अट्रैक्ट होते हैं।

यह भी पढ़े -वजन घटाने से कैंसर का खतरा होगा कम स्टडी जानें सिम्बियोसेक्सुअल्स Symbiosexual in hindi ने अपने बारे में क्या बताया पोस्ट के अनुसार, उन्होंने पाया कि 145 रिपोर्ट्स में पार्टिसिपेंट्स ने ये बताया कि उन्हें कपल से अट्रैक्शन फील होता है, ना कि किसी एक व्यक्ति से। उन्होंने यह भी पाया कि ज्यादातर लोग जो खुद को सिम्बियोसेक्सुअल मानते हैं, वो खुद को एक्सट्रोवर्ट, बहुत ज्यादा इंटिमेट, देखभाल और ध्यान की इच्छा रखने वाले मानते हैं। साथ ही, कम जलन करते हैं। जिन पार्टिसिपेंट्स ने खुद को क्वीर और यौन रूप से खुले हुए माना, उन्होंने बताया कि वो मुख्य रूप से क्वीर और गैर-हेतरोसेक्सुअल जोड़ों की ओर अट्रैक्ट होते हैं, जैसा कि स्टडी में बताया गया है।

जॉनस्टन रिश्तों के बीच की इस एनर्जी की और भी ज्यादा स्टडी करना चाहती हैं ताकि वो लोगों को इस फीलिंग के बारे में बता सकें। उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि यह काम मोनोगैमस और नॉन-मोनोगैमस समुदायों की नगेटिव इमेज को ठीक करेगा और सेक्सुअलिटी स्टडी में डिजायर के कंसेप्ट का विस्तार करेगा।"