Weight Loss,Low Carb Diet:वजन घटाने के लिए डाइट में शामिल करें ये लो कार्ब फूड्स(Low Carb Diet in Hindi)

फिट और हेल्दी रहने के लिए आजकल लोग तरह-तरह के डाइट प्लान फॉलो कर रहे हैं। खासकर, जिन लोगों का वेट ज्यादा होता है, वे इंटरमिटेंट फास्टिंग या हाई फाइबर डाइट आदि लेते हैं।

Weight Loss,Low Carb Diet:वजन घटाने के लिए डाइट में शामिल करें ये लो कार्ब फूड्स(Low Carb Diet in Hindi)
Weight Loss,Low Carb Diet:वजन घटाने के लिए डाइट में शामिल करें ये लो कार्ब फूड्स(Low Carb Diet in Hindi)

इस डाइट में कम से कम 45 से 65% कैलोरी इनटेक होता है. वजन कम करने के लिए व्हाइट ब्रेड, पास्ता, कुकीज, केक, कैंडी आदि लो कार्ब डाइट ली जा सकती हैं. टी ओ आई के मुताबिक चिकन, लैंब, पार्क और बीफ आदि जैसे मीट को लो कार्ब डाइट में शामिल कर सकते हैं. यह चीजें प्रोटीन का भी अच्छा स्रोत हैं और वजन कम करने में सहायक हैं.

फिट और हेल्दी रहने के लिए आजकल लोग तरह-तरह के डाइट प्लान फॉलो कर रहे हैं। खासकर, जिन लोगों का वेट ज्यादा होता है, वे इंटरमिटेंट फास्टिंग या हाई फाइबर डाइट आदि लेते हैं। वजन कम करने के लिए मार्केट में कई अन्य डाइट प्लान भी हैं। इनमें लो कार्ब डाइट भी शामिल है। लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि लो कार्ब डाइट (Low Carb Diet in Hindi) से सिर्फ वजन कम होता है। लो कार्ब डाइट से ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। इस डाइट में कार्ब की मात्रा कम करनी होती है और प्रोटीन को बढ़ाना होता है। जब लोग लो कार्ब डाइट फॉलो करते हैं, तो उनमें से कई लोगों को पता नहीं होता है कि इस डाइट में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं

लो कार्ब वाली डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को कम करना होता है। आपको बता दें कि अनाज, स्टार्च वाली सब्जियों और कुछ फलों में कार्ब होता है। ऐसे में जो लोग लो कार्ब डाइट पर होते हैं, उन्हें इनका सेवन कम मात्रा में करना होता है। लो कार्ब डाइट में प्रोटीन और फैट को डाइट में ज्यादा शामिल किया जाता है। 

Weight Loss,Low Carb Diet:वजन घटाने के लिए डाइट में शामिल करें ये लो कार्ब फूड्स(Low Carb Diet in Hindi)

अंडे, मांस व कुछ डेयरी उत्पाद (जैसे दूध), फल, सब्जियां, बीज, मेवे, फलियां व दालें, मटर - ये कुछ उदाहरण हैं स्वास्थ्यवर्धक कम कार्बोहाइड्रट वाले आहार के। रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट वाले आहार के कुछ उदाहरण हैं- प्रोसेस्ड फूड जैसे कि पेस्ट्री, केक, सोडा, कार्बोनेटिड ड्रिंक; ये चीज़ें ब्ल्ड शूगर बढ़ा देती हैं, जिसके नतीजे में सेहत संबंधी समस्याएं शुरु होती हैं।

बैरी मैजिकः गूजबैरी, ब्लैकबैरी, ब्ल्यूबैरी, स्ट्रॉबैरी आदि जैसी बैरीज जब कम कार्बोहाइड्रेट वाली खुराक के हिस्से के तौर पर उपयुक्त मात्रा में खाई जाएं तो वज़न घटाने के मामले में ये कमाल कर देती हैं और शरीर को सेहतमंद बनाती हैं। पॉलिफिनोल का समृद्ध स्त्रोत इन खाद्य पदार्थों में इम्यूनिटी बढ़ाने वाले गुण होते हैं और ये ऐलर्जी, रोगों व कुछ किस्म की अस्वस्थता को दूर रखने में सहायक होते हैं। उदाहरण के लिए इनमें फ्लावोनॉयड-ऐन्थोथोसियानिन जुकाम एवं श्वसन तंत्र के संक्रमणों से लड़ने में मददगार साबित होते हैं।

हेल्‍दी फैट: जब हेल्‍दी फैट का सेवन किया जाए तो चर्बी बर्न होने की दर बढ़ने से मेटाबॉलिज़्म बेहतर होता है। अवोकैडो में मौजूद वसा पेट भरा होने का ऐहसास देती है और यह सुनिश्चित करती है कि स्नैक्स का सेवन एकदम कम हो जाए।

प्रोटीनः दही, टोफू, अंडे, मांस, मछली आदि खाद्य पेट भरा होने का ऐहसास देते हैं और ये हमारे ब्लड शूगर स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यदि नियमित रूप से इनका सेवन किया जाए ये इनफ्लेमेशन कम करने, शूगर को संभालने और कॉलेस्ट्रॉल घटाने में मददगार साबित होते हैं।

पनीर व टोफूः कैल्शियम के अलावा पनीर में पोटेशियम, मैग्नेशियम, ज़िंक और फॉसफोरस भी होते हैं। दूसरी तरफ टोफू न सिर्फ प्रोटीन प्रदान करता है बल्कि यह अमिनो ऐसिड का भी अच्छा स्त्रोत है।

दिमाग के लिए अच्‍छा है लो कार्ब फूड

कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन मानव मस्तिष्क के लिए भी बहुत गुणकारी है। जब हम कम कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन खाते हैं तो दिमाग कीटोन्स को सक्रिय कर देता है। इस प्रक्रिया को न्यूरोलॉजिकल विकारों (जैसे मिरगी) के उपचार हेतु बहुत लंबे समय से प्रयोग में लाया जा रहा है। पबमैड् सेंट्रल पर एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि कम कार्बोहाइड्रेट वाली खुराक (जैसे कीटोनिक डाइट) ने स्मृति वृद्धि में उल्लेखनीय परिणाम दिए हैं। जिन लोगों को अल्ज़ाइमर या स्ट्रोक का संभावित जोखिम है उन्हें भी इस खुराक को अपनाने के फायदे हो सकते हैं।

परम्परागत कार्बोहाइड्रेट से भिन्न लो कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट गैस-ब्‍लोटिंग की रोकथाम करती है, यह सुनिश्चित करती है कि शरीर में वॉटर रिटेंशन न हो और इससे शरीर हल्का महसूस होता है जिससे व्यक्ति ज्यादा एलर्ट और ऊर्जावान बना रहता है।

Weight Loss,Low Carb Diet:वजन घटाने के लिए डाइट में शामिल करें ये लो कार्ब फूड्स(Low Carb Diet in Hindi)

लो कार्ब डाइट में क्या न खाएं?- Foods to Avoid in Low Carb Diet in Hindi

  • लो कार्ब डाइट में आपको ज्यादा शुगर का सेवन करने से बचना चाहिए। आपको मीठे स्नैक्स जैसे- कैंडी, आइसक्रीम या चॉकलेट आदि नहीं खाने चाहिए।
  • प्रोसेस्ड फूड में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा काफी अधिक होती है। इसलिए इस डाइट के दौरान आपको व्हाइट राइस, ब्रेड या पास्ता खाने से बचना चाहिए।
  • लो कार्ब डाइट में आपको सोडा, मीठी चाय, सॉफ्ट ड्रिंक या एनर्जी ड्रिंक्स पीने से परहेज करना चाहिए। 

अगर आप भी लो कार्ब डाइट लेने का प्लान कर रहे हैं, तो इसका ध्यान जरूर रखें कि इसमें कार्ब की सीमित मात्रा होनी चाहिए। इस डाइट में कार्ब कम, फैट और प्रोटीन अधिक होना चाहिए। इससे आपको कई लाभ मिल सकता है। वजन कम करने वाले लोगों के लिए यह डाइट बेस्ट हो सकती है। लेकिन लो कार्ब डाइट फॉलो करने से पहले आपको डाइटीशियन की राय जरूर लेनी चाहिए, क्योंकि सभी लोगों के लिए इसकी जरूरत अलग-अलग हो सकती है।

वजन कम करने में लो कार्ब्स फूड कैसे फायदेमंदकम कार्ब वाले फूड्स खाने पर कार्बोहाइड्रेट की खपत रोजाना 50 से 150 ग्राम तक रह जाती है. कार्बोहाइड्रेट के एक ग्राम में 4 कैलोरी मिलती है. 200 से 500 कैलोरी का डेली कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए जरूरी है. बाकी कैलोरी प्रोटीन और वसा से मिल जाती है. लो कार्ब डाइट में प्रोटीन, फैट और कई जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं. इससे अनाज और आलू में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट से भी बच जाते हैं. इस तरह के डाइट में कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल नहीं कर सकते हैं. 

लो कार्ब डाइट वाले फूड्सपालक, गाजर, ककड़ी, ब्रोकोली, फूलगोभी, पत्तागोभीसेब, संतरा, तरबूज, नींबू, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरीबादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीजनारियल तेल, मक्खन, ऑलिव आयलअंडा, लीन चिकन, टूना फिश, सार्डिन, सैल्मन लो कार्ब डाइट फॉलो करने का तरीकावेट लॉस के लिए लो कार्ब डाइट काफी ज्यादा प्रभावी है, हालांकि, लंबे समय तक इसका पालन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में कीटोन्स बढ़ता है. यह ऊर्जा का इस्तेमाल करने के लिए फैट्स को तोड़ता है, जिससे वजन काफी कम हो जाता है. अगर लंबे समय तक इस डाइट को लेते हैं तो शरीर को नुकसान भी पहुंच सकता है. इससे क्रैम्प, हड्डियों को नुकसान, थकान, पीरियड में दिक्कत, कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं!