Weight loss drugs: वजन घटाने के लिए क्या आप भी लेते हैं दवाएं? जान लें इनके नुकसान
आज अनेक लोग मोटापे की समस्या से ग्रस्त हैं। सामान्यतः यह देखा जाता है कि मोटापे से ग्रस्त होने या वजन के बढ़ने पर लोग तुरंत जिम ज्वाइन कर लेते हैं,
आज अनेक लोग मोटापे की समस्या से ग्रस्त हैं। सामान्यतः यह देखा जाता है कि मोटापे से ग्रस्त होने या वजन के बढ़ने पर लोग तुरंत जिम ज्वाइन कर लेते हैं, और वजन घटाने के लिए खूब मेहनत भी करते हैं, लेकिन इसके बाद भी मोटापा कम नहीं होता। क्या आप जानते हैं कि मोटापा ना घटने का सबसे बड़ा कारण क्या है। आपकी डाइट सही नहीं होने के कारण वजन में कमी नहीं आती है। जिम में ट्रेनर भी लोगों को व्यायाम करने के साथ-साथ अपनी डाइट को सही रखने की सलाह देते हैं। इसलिए यहां मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान की जानकारी दी जा रही है।
बॉडी मास इंडेक्स से पाएं अपने वजन की जानकारी (Calculate Your Body Mass Index Level)
आप बॉडी मास इंडेक्स से अपने वजन के बारे में जानकारी पा सकते हैंः-
बॉडी मास इंडेक्स = बॉडी भार इन kg / (ऊंचाई इन मीटर) ²
Classification | BMI (Kg/m²) |
Underweight | < 18.5 |
Normal | 18.5 – 24.9 |
Overweight | ≥ 25 |
Pre – obese | 25 – 29.9 |
Obese class I | 30 – 34.9 |
Obese class II | 35 – 39.9 |
Obese class III | ≥ 4 |
मोटापे की स्थिति में क्या खाएं (Your Diet in Obesity)
मोटापे से ग्रस्त लोगों का आहार ऐसा होना चाहिएः-
- अनाज: पुराने शाली चावल, बाजरा, मक्का, जौ, यवागु (पतली खिचड़ी) दलिया
- दाल: मूंग, चना, अरहर, कुलथ, मसूर दाल
- फल: अंगूर, सेब, अनार, पपीता, नारंगी आदि
- सब्जियां: करेला, शिग्रु (सहजन) लौकी, तोरई, परवल, कद्दू और मौसमी सब्जियाँ आदि
- अन्य: हल्का खाना, छाछ, आमलकी, गर्म पानी, गुग्गलु, इलाइची, चोकर की रोटी
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मोटापे की बीमारी में क्या नहीं खाएं (Food to Avoid in Obesity)
मोटापे से ग्रस्त लोगों को इनका सेवन नहीं करना चाहिएः-
- अनाज: नया चावल, गेहूं
- दाल: देशी चना
- फल: केला
- सब्जियां: आलू, कटहल, अरबी
- सख्ती से पालन करें – तैलीय मसालेदार भोजन, मांसाहार, मांसाहार सूप, आचार, घी, तेल, अत्यधिक नमक, कोल्ड ड्रिंक, बेकरी पदार्थ, जंक फ़ूड, सॉफ्टड्रिंक, डिब्बा बंद खाना, नमक, चॉकलेट, टॉफी, मछली का माँस, कॉफी, चाय, कोलड्रिंक, मिठाई, दही, आलू, केला, आम, शराब।
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मोटापे के इलाज के लिए आपका डाइट प्लान (Diet Plan for Obesity Treatment)
मोटापे के मुक्ति पाने के लिए सुबह उठकर दांत साफ करने (बिना कुल्ला किये) से पहले खाली पेट 1-2 गिलास गुनगुना पानी पिएं। नाश्ते से पहले पतंजलि आवंला व एलोवेरा रस पिएं। इसके साथ ही मोटापा कम करने वाले इस डाइट चार्ट का पालन करें
समय | आहार योजना (शाकाहार) |
सुबह (9:00-9:30AM) | 1 कप कम दूध वाली पतंजलि दिव्य पेय / ताजी सब्जियों का सलाद जैसे- टमाटर आदि / फ़लों का सलाद / पतंजलि दलिया /अंकुरित अनाज |
दोपहर का भोजन (1:00-2:00 PM) |
2-3 ककड़ी, खीरा, अंकुरित अनाज (चना, मूंग) या हरा सलाद 2 छोटी रोटी, 1 कप उबली हरी सब्जियों के साथ और छाछ, छोटी कटोरी चावल + दाल |
शाम का नाश्ता (4:30 pm) | 1 कप दिव्य पेय+ पतंजलि आरोग्य बिस्कुट /सब्जियों का सूप, सलाद |
रात का भोजन (7:00-8:00 Pm) | सूप (टमाटर, पालक) या मीठी मकई तथा पापड़ ले सकते हैं + 1 छोटी कटोरी सब्जी व रोटी |
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सलाह: अगर असहनीय भूख लगे तो (30 ml) गाजर का जूस, खीरा, संतरा, या फिर अंकुरित चना लें।
सलाह: यदि मरीज को चाय की आदत है तो इसके स्थान पर 1 कप पतंजलि दिव्य पेय दे सकते हैं |
मोटे लोगों को को गुनगुने जल के साथ शहद और नींबू मिलाकर पीना चाहिए।
मोटापे के इलाज लिए आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle for Weight Lose)
मोटापे की बीमारी में आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः-
- शारीरिक व्यायाम करें।
- रात में समय पर सोएं।
- चिंता ना करें।
- गुनगुने जल से स्नान करें।
- दिन में ना सोएं।
- पहले का भोजन पचने के बाद ही कुछ खाएं।
- खाना खाने के तुरन्त बाद पानी ना पिएं।
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मोटापे से ग्रस्त होने पर ध्यान रखने वाली बातें (Points to be Remember in Weight Lose)
मोटापे से मुक्ति पाने के लिए आपको इन बातों का ध्यान रखना हैः-
- ताजा एवं हल्का गर्म भोजन अवश्य करें।
- भोजन धीरे धीरे शांत स्थान में शांतिपूर्वक, सकारात्मक एवं खुश मन से करें।
- तीन से चार बार भोजन अवश्य करें।
- ज्यादा भोजन का सेवन ना करें।
- हफ्ते में एक बार उपवास करें।
- अमाशय का 1/3rd / 1/4th भाग खाली छोड़ें।
- भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर एवं धीरे–धीरे खायें।
- भोजन लेने के बाद 3-5 मिनट टहलें।
भारत में वजन घटाने वाली दवाओं के रूप में ऑरलिस्टैट और लिराग्लूटाइड को मंजूरी दी गई है. इन दवाओं को लेने के साथ-साथ आहार और जीवन शैली में भी बदलाव करना होता है.
Medicines to treat overweight: दुनियाभर में मोटापे की बीमारी काफी बढ़ रही है. खराब लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतों की वजह से ऐसा हो रहा है. मोटापे को कम करने के लिए लोग कई तरह की एक्सरसाइज करते हैं. डाइट में भी बदलाव करते हैं, लेकिन फिर भी कई मामलों में वजन कम नहीं हो पाता है. वेट घटाने के लिए बेरियाट्रिक सर्जरी का विकल्प भी होता है, हालांकि, हर कोई व्यक्ति इस सर्जरी को नहीं करा सकता है. ऐसे में लोग दवाओं के माध्यम से वजन कम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोटापा कम करने वाली दवाएं सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं.
दिल्ली साकेत में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ अजय कुमार बताते हैं कि पिछले कुछ सालों में वजन घटाने वाली दवाओं के यूज में तेजी आई है. कई वजन घटाने वाली दवाएं हैं जिन्हें एफडीए ने भी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. इन दवाओं में Orlistat, फ़ेंटरमाइन टोपिरामेट, बुप्रोपियन के साथ नाल्ट्रेक्सोन और लिराग्लूटाइड शामिल हैं. इनमें भारत में वजन घटाने के लिए ऑर्लिस्टैट का ज्यादा यूज होता है, लेकिन वर्षों के अनुभव से पता चला है कि ऑरलिस्टैट के वजन घटाने पर केवल मामूली परिणाम हैं और यह भारतीय आबादी के लिए बहुत प्रभावी नहीं रही है.इन दवाओं के नुकसान भी हो सकते हैं. हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है कि सभी पर दवा का साइडइफेक्ट होगा ही, लेकिन कुछ मामलों में ऐसा हो सकता है.
किस दवा से क्या साइड इफेक्ट हो सकता है
● Orlistat – इससे परेशान गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे कि पेट फूलना और ढीला स्टूल आना
● बुप्रोपियन-नाल्ट्रेक्सोन – इससे उच्च रक्तचाप, मतली, सिरदर्द और कब्ज भी हो सकता है. वर्तमान में यह भारत में वजन घटाने के लिए स्वीकृत नहीं है.
● लिराग्लूटाइड/सेमाग्लूटाइड – शुरुआती दिनों में मतली, उल्टी और अन्य गैस्ट्रो संबंधित परेशानियों हो सकती हैं.
● Phentermine-topiramate – इससे हार्ट बीट, बीपी का बढ़ना, अनिद्रा, कब्ज और घबराहट में वृद्धि हो सकती है.
भारत में इन दवाओं की है मंजूरी
डॉ. कुमार ने बताया कि इन दवाओं में से वर्तमान में भारत में उपयोग के लिए वजन घटाने वाली दवाओं के रूप में ऑरलिस्टैट और लिराग्लूटाइड को मंजूरी दी गई है. इन दवाओं को लेने के साथ-साथ आहार और जीवन शैली में बदलाव करना होता है. तब जाकर शरीर का कुल वजन 5 से 10% तक कम हो सकता है. हालांकि सभी मरीजों को इन दवाओं से ऐसा जैसा लाभ होगा ये भी जरूरी नहीं है.