Pregnancy diet in hindi:गर्भवती महिला को क्या खाना चाहिए
स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए गर्भवती महिला को भी अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए गर्भावस्था के दौरान महिला के खानपान का विशेष ध्यान दिया जाता है। अच्छे खानपान से गर्भवती महिला स्वस्थ और सेहतमंद होती है
स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए गर्भवती महिला को भी अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए गर्भावस्था के दौरान महिला के खानपान का विशेष ध्यान दिया जाता है। अच्छे खानपान से गर्भवती महिला स्वस्थ और सेहतमंद होती है, साथ ही खानपान का सीधा असर बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। वहीं गर्भवती महिला के खानपान से ही प्रसव के दौरान होने वाली दिक्कतों से भी बचा जा सकता है। गर्भावस्था में महिला जो भी खाती है, उससे अजन्मे बच्चे पर असर होता है। बच्चे का दिमाग तेज होता है। उसे भरपूर पोषण मिलता है तो प्रसव के बाद स्वस्थ बच्चे का जन्म होता है। ऐसे में गर्भावस्था में महिला को कुछ चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए। चलिए जानते हैं प्रेगनेंसी सूपर फूड्स के बारे में जो गर्भवती महिला और होने वाले बच्चे के लिए फायदेमंद है।
जब आप भूखी होती हैं, तो आप अपने बच्चे को पोषण प्रदान करने में असफल रहती हैं, अपने शरीर पर अनावश्यक तनाव डालती हैं और गर्भावस्था के कुछ परेशान करने वाले लक्षण जैसे सीने में जलन, मतली, चक्कर आना और थकान आदि को जन्म दे सकती हैं, खासकर गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान।
क्या आप जानते हैं कि एक गर्भवती महिला को हैल्थी प्रेगनेंसी के लिए प्रतिदिन लगभग 300 अतिरिक्त कैलोरी की ज़रुरत होती है? हां यह सही है! इतनी कैलोरी के लिए, गर्भवती महिलाओं को सर्वोत्तम आहार लेना चाहिए, जिसमें साबुत अनाज, प्रोटीन, फल और सब्जियां शामिल हैं। इसके अलावा, मिठाइयाँ और अस्वास्थ्यकर वसा को कम से कम रखना चाहिए।गर्भावस्था के दौरान सेब खाने का सबसे अच्छा समय सुबह या भोजन के बीच का है। कौन से फल फोलिक एसिड से भरपूर हैं? केले, आम, एवोकाडो और संतरे जैसे खट्टे फल फोलिक एसिड से भरपूर होते हैं।
इसके लिए गर्भवती महिलाओं को डाइट में आयरन रिच फ़ूड जैसे चुकंदर, पालक, अनार, मीट, ड्राई फ्रूट्स, अमरूद आदि चीजों को शामिल करनी चाहिए। इनके सेवन से शरीर में खून की कमी नहीं होती है। -सुबह के नाश्ते में दलिया, ओट्स, उपमा आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं।
गर्भवती महिला को क्या खाना चाहिए
पालक
हरी सब्जियों में सारे पोषक तत्व होते हैं। इसमें पालक का सेवन बहुत लाभदायक है। पालक में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और कई सारे मिनरल्स होते हैं। बच्चों के विकास और बेहतर स्वास्थ्य के लिए पालक का सेवन आवश्यक है। गर्भवती महिला को पालक का सेवन करना चाहिए। इससे अजन्मे बच्चे को बेहतर सेहत और तेज दिमाग मिलता है।
अंडा
अंडा भी पोषण से भरपूर है। अंडे में प्रोटीन के साथ ही विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। अंडे में विटामिन डी की मात्री भी अधिक मिलती है। बच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए विटामिन डी महत्वपूर्ण है। इसलिए गर्भवती महिला अंडे का सेवन भी कर सकती हैं।
बादाम
बादाम में काफी सारे पोषक तत्व होते है। बादाम खाने से दिमाग तेज होता है। यह बात गर्भवती महिला और उनके बच्चे पर भी लागू होती है। बादाम में काफी न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं। गर्भावस्था में महिला को बादाम का सेवन करना चाहिए। इससे बच्चे का दिमागी विकास बेहतर होता है।
ताजे फल
फल सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। ताजे फलों से विटामिन मिलता है। ऐसे में गर्भावस्था में महिला को संतरा, केला, आम, अंगूर, सेब आदि फलों का सेवन करना चाहिए। चाहे तो फलों का जूस बनाकर भी पी सकते हैं।
दही
गर्भवती महिलाओं के लिए दही का सेवन भी सेहतमंद और बच्चे के लिए फायदेमंद है। दही में विटामिन सी समेत बहुत सारा प्रोटीन होता है। रोजाना दही का सेवन करने से प्रसव के बाद स्वस्थ और विकसित बच्चे का जन्म होता है।
दूध
बच्चे हों या बड़े, हर किसी को दूध के सेवन की सलाह दी जाती है। एक गिलास दूध में भरपूर पोषक तत्व होते हैं। गर्भवती महिला और उसके बच्चे के लिए भी दूध बहुत फायदेमंद होता है। इससे शरीर को ताकत मिलती है। सेहत बनती है और बच्चे के दिमाग का भी विकास होता है।
प्रेगनेंसी के दूसरे हफ्ते में आप सॉफ्ट चीज,बिना पाश्चुरीकृत दूध और दूध से बने पदार्थ, अधपका मांस, मछली और अंडे का सेवन करने से बचें। इनमें रोगाणु हो सकते हैं जो आपके बच्चे को नुकसान पहुंचा सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दूसरे हफ्ते में साफ-सफाई का बेहद ध्यान रखें।
काजू और पिस्ता
प्रेग्नेंसी के दौरान ड्राई फ्रूट्स का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। ज्यादा मात्रा में ड्राई फ्रूट्स का सेवन आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। इसलिए डाइट में किसी भी फूड को शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।
ऐसे में आपको चना या उससे बनी दाल या सब्जी का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल चना में प्यूरिन पाया जाता है, जिससे किडनी या अन्य परेशानी हो सकती है। इससे शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है।
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