पेट में आग लगी हुई है? अम्लता हो सकती है!
पेट में आग लगी हुई है? अम्लता हो सकती है!
एसिडिटी को हिंदी में अम्लता या अम्लपित्त कहा जाता है।
अम्लता या एसिडिटी एक ऐसी स्थिति है जब पेट में अम्लों की मात्रा अधिक हो जाती है। जब हम खाना खाते हैं तो पेट में पाचन तंत्र द्वारा अम्ल और अन्य रसायन बनते हैं जो भोजन को पचाने में मदद करते हैं।
लेकिन कभी-कभी इन अम्लों का उत्पादन अधिक हो जाता है जिससे पेट में जलन, दर्द और असहजता होती है। इसे ही अम्लता या एसिडिटी कहते हैं।
अम्लता के कारण, लक्षण और इलाज के बारे में और जानकारी के लिए आप मुझसे हिंदी में पूछ सकते हैं।
लक्षण और चिन्ह:
- छाती में जलन और दर्द
- पेट में जलन और झुर्रियाँ
- खट्टी या कड़वी डकारें
- गले में जलन
- बार-बार कब्ज़
- भोजन के बाद पेट फूलना
- भूख न लगना
- मतली की भावना
कारण:
- खराब खानपान और जीवनशैली
- अत्यधिक मसालेदार, तला-भुना या चिकना खाना
- धूम्रपान और शराब का सेवन
- तनाव
- कुछ दवाएँ
- पेट के इंफेक्शन
उपचार:
- आहार में बदलाव: हरी सब्ज़ियाँ, फल, दूध और दही जैसे पचने में आसान भोजन करें
- एंटैसिड दवाएँ लें
- धूम्रपान और शराब से परहेज़ करें
- तनाव कम करने के उपाय करें
- डॉक्टर की सलाह पर दवाएँ लें
आशा करता हूँ एसिडिटी संबंधी लक्षण, कारण और उपचार के बारे में हिंदी में दी गई यह जानकारी आपके लिए उपयोगी हो। यदि कोई प्रश्न हो तो पूछने में संकोच न करें।