PCOD "पीसीओडी: समझिए इस रहस्यमय रोग को और जीतिए इस जंग"
PCOD "पीसीओडी: समझिए इस रहस्यमय रोग को और जीतिए इस जंग"
पीसीओडी (PCOD) का पूरा नाम 'पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम' है। यह महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है जिसमें अंडाशय में छोटे-छोटे पाचन बन जाते हैं। पीसीओडी के कारण मासिक धर्म अनियमित हो जाता है, बालों में झड़ने लगती है, त्वचा पर मुहांसे होने लगते हैं और वजन बढ़ने लगता है।
पीसीओडी (PCOD) के कारण:
- हार्मोनल असंतुलन
- इन्सुलिन का स्तर
- वंशानुगत
पीसीओडी PCOD का इलाज:
जीवनशैली में बदलाव: व्यायाम, स्वस्थ आहार और वजन कम करें।
दवाएँ: क्लोमिफेन, मेटफॉर्मिन जैसी दवाएँ डॉक्टर द्वारा दी जाती हैं।
होम्योपैथी और आयुर्वेद में इलाज।
तनाव कम करना और अच्छी नींद लेना।
पीसीओडी PCOD वाले आहार का सेवन करें जैसे साबुत अनाज, सब्जियाँ आदि।
- 25 से ज्यादा BMI वाली महिलाओं में पीसीओडी होने की संभावना ज्यादा होती है।
- पीसीओडी की वजह से गर्भधारण करना मुश्किल हो सकता है।
- पीसीओडी वाले 80% महिलाओं को डायबिटीज होने का खतरा रहता है।
- पीसीओडी का कोई पक्का इलाज नहीं है, लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
- तनाव और अनियमित भोजन पीसीओडी को बढ़ावा देता है।
- पीसीओडी से बचाव के लिए शारीरिक गतिविधि ज़रूरी है।
- धूम्रपान और शराब से बचना चाहिए।
- पीसीओडी वाली महिलाओं को विटामिन डी और कैल्शियम की कमी होती है।
- सही समय पर खाना खाने से इंसुलिन स्तर संतुलित रहता है।
- तनाव प्रबंधन जैसे योग और मेडिटेशन करें।
पीसीओडी से बचने के लिए समय रहते उपचार ज़रूरी है। अगर आपको लगता है कि आप पीसीओडी के शिकार हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।