Fungal infection:symtoms,treatment, फंगल इन्फेक्शन क्या है? जानें, इसके लक्षण, कारण और उपचार

फंगल संक्रमण कोई भी बीमारी या स्थिति है जो आपको फंगस से होती है। ये आमतौर पर आपकी त्वचा, बाल, नाखून या श्लेष्म झिल्ली को प्रभावित करते हैं लेकिन ये आपके फेफड़ों या आपके शरीर के अन्य हिस्सों को भी संक्रमित कर सकते हैं।

Fungal infection:symtoms,treatment, फंगल इन्फेक्शन क्या है? जानें, इसके लक्षण, कारण और उपचार
Fungal infection:symtoms,treatment,फंगल इन्फेक्शन क्या है? जानें, इसके लक्षण, कारण और उपचार

फंगल संक्रमण कोई भी बीमारी या स्थिति है जो आपको फंगस से होती है। ये आमतौर पर आपकी त्वचा, बाल, नाखून या श्लेष्म झिल्ली को प्रभावित करते हैं लेकिन ये आपके फेफड़ों या आपके शरीर के अन्य हिस्सों को भी संक्रमित कर सकते हैं। अगर आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमज़ोर है तो आपको फंगल संक्रमण का ज़्यादा जोखिम है।

फंगल इन्फेक्शन एक ऐसा संक्रमण है जो पुरष, महिला, बच्चे और बजुर्ग किसी को भी प्रभावित कर सकता  है | फंगल संक्रमण विश्व  स्तर पर प्रति वर्ष 1.5 मिलियन से अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार है। फंगल इन्फेक्शन  चिंता का विषय है क्योंकि पिछले दशक में प्रतिरक्षाविहीन रोगियों की संख्या, विशेष रूप से HIV/ एचआईवी से रहित रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।

फंगल संक्रमण कोई भी स्थिति या बीमारी है जो फंगस के कारण होती है। ये रोग त्वचा, नाखून, बाल या या शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित क्र सकता है । वे फेफड़ों जैसे महत्वपूर्ण अंगों को भी संक्रमित कर सकते हैं। दुनिया में कवक /fungi के कई लाख प्रजातिया है जिनके कारण मनुष्य को बहुत समस्याए होसकती है जैसे:- चकत्ते, लालिमा और जलन (कभी-कभी त्वचा का रंग बदलना भी)।

त्वचा के फंगल संक्रमण से निपटना दर्दनाक और असुविधाजनक हो सकता है और किसी के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। यदि सभी नहीं, तो कुछ प्रकार के फंगल संक्रमण संक्रामक होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप आगे जटिलताएँ होती हैं और बहुत जान जाने क जोखिम भी होता है | 

फंगल इन्फेक्शन (Fungal infection) शरीर के किसी अंग को प्रभावित करता हैं जैसे- हाथ - पैर, सर पर, उंगलियों पर मुँह या शरीर के अन्य भागो पर | वैसे सभी प्रकार के फंगस हानिकारक नहीं होते है | फौंगल इन्फेक्शन को रोकने क लिए ज़रूरी है की उनको सही समय पर पहचाना जाए और उनका इलाज किया जाए | 

फंगल इन्फेक्शन क्या होता है? (What is Fungal infection)

Fungal infection/फंगल इन्फेक्शन अलग अलग प्रकार के कवक / fungi या माइकोसिस/ Mycosis  से होता है | फंगल इन्फेक्शन में मनुष्य के श्री पर अलह अलह लक्षण हो सकते है जो निर्भर करता है किस प्रकार का फंगल इन्फेक्शन है और किस अंग को प्रभावित करता है | 

फंगस खिन भी हो सकता है - मिटटी, हवा, पानी, पौधे इत्याद्दी | कई प्रकार फंगल शरीर में पाए जाते है | इसके साथ ही फंगल इन्फेक्शन फैलती है|

फंगल इन्फेक्शन के क्या लक्षण होते  है? (What are the symptoms of fungal infection)

फंगल इन्फेक्शन शरीर के किस भाग पर हुआ है इसके आधार पर लक्षण अलग अलग होते है।, जैसे त्वचा पर  रसेज़ होना 

  • खुजली होना 
  • त्वचा में पपड़ी जमना या खाल उतरना 
  • त्वचा में दरार होना 
  • पित्त 
  • त्वचा पर चक्कते 
  • यही नहीं यह हड्डियों और शरीरके सभी अंगो को प्रबह्वीट केने की शमता रखता है |
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फंगल इन्फेक्शन किन करने से होता है? (What are the causes of fungal infection)

  • फंगल इन्फेक्शन के बहुत कारण होते है :-
  • कमज़ोर प्रतीक्षा प्रणाली भी फंगल संक्रमण का कारण बनती है।
  • ज्यादातर गर्म, नम वातावरण तथा नम त्वचा क्षेत्र इस संक्रमण के होने का प्रमुख कारण होते है।
  • एड्स, एच.आई.वी संक्रमण, कैंसर, मधुमेह ऐसी  बीमारियों से गृहस्थ व्यक्तियों में फंगल इन्फेक्शन होने की सम्भावना बढ़ जाती है | 
  • अधिक वजन और मोटापा भी इसका एक कारण बन सकता है। जांघों पर अतिरिक्त चर्बी, नियमित और लंबे समय तक साईकिल चलाने या जॉगिंग करने से इस हिस्से में अतिरिक्त नमी और रगड़ होने लगती है। लगातार इस रगड़ से त्वचा में रैशेज हो सकते हैं। इससे फंगल और अन्य संक्रमण हो सकते हैं।
  • अधिक पसीना, फंगस के बढ़ने का कारण हो सकते हैं।
  • आनुवांशिकी कारक या फंगल संक्रमण (Fungal infection) का पारिवारिक इतिहास भी इस संक्रमण का प्रमुख कारण होता है।
  • महिलाओं को सेनेटरी पैड से भी जांघों के आस-पास संक्रमण हो सकता है।
  • कई बार बच्चों को नैपी रैशज़ हो जाते हैं। जब बच्चा अधिक समय तक गीली नैपी पैड के संपर्क में रहता है, तो उसे ऐसी परेशानी हो सकती है।

कुछ समान्य प्रकार के फंगल इन्फेक्शन? (What are the common types of fungal infection)

फंगल संक्रमण को माइकोसिस के नाम से भी जाना जाता है। हालाँकि अधिकांश कवक मनुष्यों के लिए हानि रहित हैं, उनमें से कुछ विशिष्ट परिस्थितियों में बीमारियाँ पैदा करने में सक्षम हैं।

कवक बीजाणुओं को छोड़ कर प्रजनन करते हैं जिन्हें सीधे संपर्क द्वारा उठाया जा सकता है या यहाँ तक कि साँस के द्वारा भी लिया जा सकता है। इसीलिए फंगल संक्रमण से आपकी त्वचा, नाखून या फेफड़ों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना होती है। कवक आपकी त्वचा में भी प्रवेश कर सकता है, आपके अंगों को प्रभावित कर सकता है और पूरे शरीर में प्रणालीगत संक्रमण का कारण बन सकता है।

कुछ सामान्य प्रकार के फंगल संक्रमण में शामिल हैं:

  • एथलीट फुट/Athletes foot
  • जॉक खुजली/ Jock itch
  • दाद/ Ringworm
  • खमीर संक्रमण/ Yeast infection
  • ओनिकोमाइकोसिस, या नाखून का फंगल संक्रमण/ Oncomycosis or a fungal infection of the nail

फंगल संक्रमण का निदान कैसे करें? (How to Diagnose Fungal infection)

एक शारीरिक परीक्षण और आपके लक्षणों की चर्चा फंगल संक्रमण के निदान में पहला कदम है। फंगल त्वचा संक्रमण का कारण बनने वाले फंगस के प्रकार की पहचान करने के लिए, आपका डॉक्टर प्रयोगशाला विश्लेषण के लिए त्वचा की खरोंच, बालों का नमूना या नाखून की कतरन ले सकता है।

यदि आपके शरीर के अन्य हिस्सों में फंगल संक्रमण है तो आपका डॉक्टर आपके शरीर के तरल पदार्थ का नमूना ले सकता है। इन तरल पदार्थों में शामिल हो सकते हैं:

  • खून की जाँच/ Blood test
  • योनि स्राव/ Vaginal discharge
  • थूक आपके श्वसन तंत्र का बलगम है/ sputum test
  • मूत्र परीक्षण/Urine test
  • कल्चर  परीक्षण/ Culture test 
  • पीसीआर/PCR
  • मस्तिष्कमेरु द्रव परीक्षण/ Cerebrospinal Fluid test

आपका डॉक्टर कभी-कभी प्रभावित अंग से बायोप्सी (ऊतक का नमूना) निकाल सकता है। श्वसन प्रणाली में फंगल द्रव्यमान के मामलों में ऊतक क्षति की सीमा का आकलन करने के लिए एक्स-रे(X-Ray), सीटी स्कैन (CT Scan)और एमआरआई (MRI)का उपयोग किया जा सकता है।